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Flood Situation in Darbhanga: आपदा के लिए 24 घंटे जिला नियंत्रण कक्ष शुरू, किसी भी समस्या के लिए याद रखें यह नंबर

Flood situation in Darbhanga:  समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ को लेकर आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी सत्यम सहाय ने पावर प्वांइट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिले की तैयारी से सभी को अवगत कराया। यह भी पढ़ें: Darbhanga Gold Silver Rate Today: दरभंगा में सोना-चांदी हुआ सस्ता, जानिये अज क्या हैं सोना-चांदी के दाम ?

Flood situation in Darbhanga: एक-एक किलोमीटर पर बांध निगरानी

जिलाधिकारी ने कहा कि फिलहाल जिले में सभी नदी खतरे के निशान के नीचे हैं। नदी के पेटी में रहने वाले लोग कहीं-कहीं बांध पर आ गए हैं। उन्होंने उनके लिए बुनियादी सुविधा यथा – पेयजल, प्रकाश, अस्थायी शौचालय एवं पॉलिथिन शीट्स की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। बताया गया कि सभी प्रखण्डों में वर्षा मापक यंत्र कार्यरत है। पाँचों बाढ़ नियंत्रण प्रमण्डल द्वारा एक-एक किलोमीटर पर बांध निगरानी हेतु कर्मियों की तैनाती कर दी गयी है। फिलहाल घनश्यामपुर में 04 एवं गौड़ाबौराम में 05 निःशुल्क नाव सेवा प्रदान किया जा रहा है।

सुर्यास्त के बाद नाव का परिचालन नहीं

जिलाधिकारी ने उन नावों पर निःशुल्क सेवा अंकित करवाने के निर्देश दिया। साथ ही कहा कि कहीं भी सुर्यास्त के बाद नाव का परिचालन नहीं हो साथ ही नाव पर ओवर लोडिंग न हो, इसके लिए स्थानीय चौकीदार की प्रतिनियुक्ति कर दी जाए। उन्होंने जन सम्पर्क पदाधिकारी को बाढ़ से बचाव के लिए क्या करें, क्या न करें का प्रचार-प्रसार होर्डिंग््स के माध्यम से करने का निर्देश दिया। साथ उसमें यह भी अंकित करवाने का निर्देश कि कोई भी व्यक्ति नदी, नाला, पोखर, तालाब या किसी गड्ढ़े में नहाने न जाए।

24 घंटे जिला नियंत्रण कक्ष कार्यरत

बताया गया कि जिले में 28 हजार पॉलिथन शीट्स उपलब्ध हैं। 12,500 पॉलिथिन शीट्स का उपावंटन बाढ़ प्रभावित होने वाले अंचलों में कर दिया गया है। सामुदायिक रसोई के लिए समिति का गठन कर लिया गया है। आपदा के लिए 24 घंटे जिला नियंत्रण कक्ष – 06272-240600 कार्यरत है। एन.डी.आर.एफ. की टीम जिले में आ चुकी है।

जिलाधिकारी ने सामुदायिक रसोई के लिए सारी तैयारी कर लेने तथा सामुदायिक रसोई एवं शरण स्थली पर स्वच्छता संधारित रखना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बताया गया कि सापूर्ति पोर्टल पर 08 लाख 02 हजार डाटा का अद्यतीकरण कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने डाटा का सत्यापन स्थानीय जन वितरण प्रणाली के बिक्रेता से करवा लेने का निर्देश दिया गया। पी.एच.ई.डी. के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि संभावित बाढ़ प्रभावित स्थलों पर चापाकल लगाया जा रहा है तथा खराब चापाकल की मरम्मति एवं अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की जा रही है।

18 मोबाईल मेडिकल टीम तैयार

वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि उनके 18 मोबाईल मेडिकल टीम तैयार हैं तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, अपर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सक्रिय कर दिया गया है। जिले में सर्पदंश की दवा सहित सभी प्रकार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने 02 वोट एम्बुलेंस की व्यवस्था रखने तथा शरण स्थली पर सप्ताह में 02 दिन हेल्प कैम्प लगवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ में लगाए जाने वाले सभी कर्मियों को कोविड19 का सर्तकता डोज का टीका लगा दिया जाए।

सड़कों की वैकल्पिक व्यवस्था रखने का निर्देश

बैठक में सभी वरीय पदाधिकारी को अपने-अपने अंचल में जाकर बाढ़ पूर्व तैयारी का आकलन कर लेने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर एवं चुना की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया। सड़क से संबंधित सभी विभागों को बाढ़ से प्रभावित होने वाले सड़कों की वैकल्पिक व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया। ताकि बाढ़ के दौरान आवागमन में असुविधा न हो।

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समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ को लेकर आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गयी।

उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त अम्रिषा बैंस, नगर आयुक्त कुमार गौरव, अपर समाहर्त्ता राजेश झा ‘‘राजा’’, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, प्रभारी पदाधिकारी, आपदा सत्यम सहाय एवं सभी प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी व अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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