Bachelor of Physical Education in LNMU: एलएनएमयू (LNMU) में अब बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (Physical Education in LNMU) की पढ़ाई शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। राजभवन ने विश्वविद्यालय को इसकी पढ़ाई की स्वीकृति दे दी है। पढ़ाई विश्वविद्यालय के खेल विभाग में शुरू होगी। अभी विश्वविद्यालय के अंतर्गत मात्र एक संबद्ध कॉलेज मधुबनी स्थित मिल्लत टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में इसकी पढ़ाई हाेती है।बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन कोर्स के अंतर्गत शारीरिक एवं खेल से संबंधित विषयों को संलग्न किया गया है। इस कोर्स की पढ़ाई कर छात्र स्पोर्ट्स कोच, स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, जिम ट्रेनर, फिजिकल टीचर, योगा टीचर आदि के रूप में अपना कैरियर बना सकते हैं।
राजभवन से स्वीकृत मिलने के बाद अब एनसीटीई नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन भुवनेश्वर से इसकी मान्यता ली जाएगी। इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। बताया जाता है कि एनसीटीई के पोर्टल खुलने के बाद मान्यता ली जाएगी। इसके बाद कोर्स प्रारंभ कर दिया जाएगा। स्नातक पास सभी छात्र-छात्राएं इस कोर्स में नामांकन ले सकते हैं। इस कोर्स के लिए 60 सीट आवंटित की गई है। रोजगारोन्मुखी इस कोर्स के प्राप्त डिग्री के बाद विभिन्न स्कूलों में भी फिजिकल टीचर के रूप में नियुक्ति की संभावना वर्तमान परिवेश में बढ़ती जा रही है। वहीं आधुनिक जर्नलिज्म के क्षेत्र में भी इसकी संभावनाएं अधिक दिख रही है।
Bachelor of Physical Education in LNMU: प्रैक्टिकल में लाना होगा 50% मार्क्स
रिपोर्ट्स के मुताबिक 2 वर्षीय इस कोर्स के प्रथम वर्ष में 10 पेपर की अलग-अलग परीक्षा आयोजित की जाएगी , जिसमें 6 पेपर सैद्धांतिक व तीन पेपर व्यावहारिक होंगे। जबकि एक पेपर टीचिंग प्रैक्टिस का होगा। प्रत्येक पेपर एक सौ अंक का हाेगा। दूसरे वर्ष में भी छात्र छात्राओं को 10 पेपर पढ़ना होगा जिसका स्वरूप भी प्रथम वर्ष के अनुसार ही होगा। इस प्रकार छात्र छात्राओं को यह डिग्री लेने के लिए 20 पेपर में परीक्षा देनी होगी।
परीक्षा में उत्तीर्णता के लिए सैद्धांतिक पत्रों में न्यूनतम 45 प्रतिशत एवं व्यवहारिक पत्रों में 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र छात्राओं को 80 प्रतिशत उपस्थिति सैद्धांतिक वर्गों में एवं 90 प्रतिशत उपस्थिति व्यावहारिक वर्गों में होना अनिवार्य होगा तभी छात्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। बताया जाता है कि राजभवन ने इससे संबंधित ऑर्डिनेंस एवं रेगुलेशन को स्वीकृति प्रदान कर दी है।