Mother And Child Health Care Center DMCH: दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) में मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर सेंटर (एमसीएच) का निर्माण कार्य अंतिम चरण में हैं। उम्मीद की जा रही है कि यह भवन नवंबर तक काम पूरा होने के बाद दिसंबर में हैंड आेवर कर दिया जाएगा। इसका निर्माण कार्य बीएमएसआईसीएल की ओर से किया जा रहा हैं। 10 करोड़ की लागत से बनने वाला यह भवन जी प्लास टू का है।
2018 में एमसीएच बनाने की योजना की मिली थी स्वीकृति
दो मंजिले इस भवन में 100 बेड होंगे। जहां जच्चा के साथ ही बच्चा के इलाज की बेहतर सुविधा होगी। बता दें कि पहले इस भवन का शिलान्यास अधीक्षक कार्यालय के पीछे खाली पड़ी जमीन पर किया था। जिसके बाद गायनिक वार्ड के आगे और पेन गेस्ट रूम के सामने बनाने की योजना बनी। बाद में इस स्थल की भी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिली। अंत में नए बन रहे सर्जिकल भवन पीछे वर्ष 2018 में एमसीएच बनाने की योजना की स्वीकृति मिल गई। इसके बाद से यह भवन बनना शुरू हो गया।
Mother And Child Health Care Center DMCH का निर्माण कार्य अंतिम चरण में
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में भवन डीएमसीएच प्रशासन को हैंडओवर कर दिया जाएगा. इसके ग्राउंड फ्लोर में प्लास्टर, चौखट लगाने, बिजली का काम पूरा होने के बाद अभी डाइल्स लगाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। जबकि पहली मंजिल पर प्लास्टर, बिजली तार लगाने का कार्य तेजी से चल रहा। दूसरी मंजिल पर भी प्लास्टर करने का कार्य किया जा रहा हैं।
डिलेवरी के बाद नवजात की देखभाल के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी
एमसीएच के बन जाने से एक ही छत के नीचे जच्चा व बच्चा दोनों का एक साथ ही इलाज हो सकेगा। गर्भवतियों का नार्मल और ऑपरेशन कर डिलेवरी एक ही छत के नीचे हो सकेगी। जिस गर्भवती की नार्मल डिलेवरी होगी, उसे एक से दो दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा। जबकि ऑपरेशन कर डिलेवरी होने पर 7 से 8 दिनों तक डॉक्टरों की देखरेख में रखा जाएगा। वहीं डिलेवरी होने के बाद नवजात की देखभाल के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान में गायनिक वार्ड में गर्भवती की डिलेवरी के बाद नवजात को शिशु वार्ड डॉक्टर से दिखाने के लिए जाना पड़ता है।