Ration card cancellation in Darbhanga गरीब तबके के लोगों कम कीमत पर अनाज उपलब्ध करवाने और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए राशन कार्ड दिए जाते हैं। देशभर के कई इलाकों से अक्सर राशन कार्ड के दुरुपयोग की खबरें सामने आती रहती हैं। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। प्रदेश के दरभंगा जिले में भी बड़ी संख्या में अयोग्य व्यक्ति राशन कार्ड के जरिये सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। छानबीन में पता चलने के बाद सरकार और प्रशासन के स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अभियान
दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल के राशन कार्ड में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से की गयी कार्रवाई में बड़े पैमाने पर फर्जी लाभुकों के नाम पर राशन उठाव करने का मामला उजागर हुआ है। अनुमंडल प्रशासन की ओर से फर्जीवाड़ा करने वाले लाभुकों के विरुद्ध जांचोपरांत सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।इससे फर्जी लाभुकों में हड़कम्प मच गया है।
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22 हजार 799 कार्ड संदिग्ध
मालूम हो कि अनुमंडल क्षेत्र के सभी छह प्रखंडों में दो लाख 13 हजार 676 कार्डधारियों में से विभाग की ओर से 22 हजार 799 कार्ड संदिग्ध बताये गये हैं। इसमें बिरौल के 64 हजार 87 में से सात हजार 550, कुशेश्वरस्थान में 39 हजार 249 में से तीन हजार 192, गौड़ाबौराम में 34 हजार 237 में से चार हजार 145, घनश्यामपुर में 30 हजार 260 में से तीन हजार 879, कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 27 हजार 504 में से एक हजार 885 तथा किरतपुर में 18 हजार 339 में से दो हजार 148 संदिग्ध कार्ड पाये गये हैं।
Ration card cancellation: वसूली की प्रक्रिया शुरू
इस संबंध में एसडीएम संजीव कुमार कापर ने बताया कि सभी एमओ को 30 जून के अंदर संदिग्ध राशन कार्डों की जांच कर फर्जी लाभुकों को निरस्त करने का सख्त निर्देश दिया गया है। जिस प्रखंड में समय सीमा के अंदर कार्य पूरा नहीं किया जायेगा, उसके विरुद्ध विभाग को लिखा जायेगा। साथ ही फर्जीवाड़ा करने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर राशन वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
एक कार्ड पर 43 सदस्यों के नाम
आगामी 30 जून तक जांच कर फर्जी कार्ड को निरस्त करने का कार्य चल रहा है। इसमें विभाग की ओर से 10 ऐसे कार्ड चिह्नित किये गये हैं, जिसमें एक परिवार में एक साथ 20 सदस्यों के नाम पर फर्जी कर राशन का उठाव किया जा रहा था। सभी 10 राशन कार्ड को डिलीट कर दिया गया है। सबसे बड़ा घपला बिरौल की साहो पंचायत से सामने आया। इसमें एक कार्ड पर 43 सदस्यों के नाम से राशन का उठाव का मामला सामने आया है। जांच के बाद 43 की जगह मात्र एक सदस्य सही पाया गया। शेष 42 फर्जी थे। सभी के नाम पर राशन का उठाव प्रत्येक माह किया जा रहा था।