DMCH: मानसून की पहली बारिश के साथ दरभंगा जिला जलमग्न हो गया है। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से निचले इलाके की सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी जमा हो गया है। टावर समेत मुख्य बाजारों में लोगों को चलना भी मुश्किल हो गया है। वहीं, उत्तर बिहार के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान की जलनिकासी की पोल खोल कर रख दी। लोगों को जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने का नगर निगम के अधिकारियों का दावा इस बार फेल हो गया।
DMCH हुआ जलमग्न
बारिश ने पूरे अस्पताल परिसर को पानी-पानी कर दिया। इमरजेंसी व ओपीडी परिसर हो या फिर शिशु रोग विभाग। हर जगह भीषण जलजमाव हो गया। मेडिसिन विभाग और अधीक्षक कार्यालय टापू में तब्दील हो गए। गायनी विभाग परिसर भी जलमग्न हो गया। जलजमाव के बीच मरीजों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व कर्मियों की भी परेशानी बढ़ गई। जलजमाव व बारिश के चलते ओपीडी में मरीजों की संख्या भी काफी कम रही। अमूमन रोजाना वहां 12 सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। बुधवार को 546 मरीज वहां पहुंचे।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि नालियों की समुचित सफाई नहीं कराए जाने से जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है। दरभंगा के गांधीनगर कटरहिया, लालबाग, कादिराबाद, लक्ष्मीसागर, औद्यागिक प्रांगण क्षेत्र बेला के साथ-साथ आसपास के इलाकों में भीषण जलजमाव हो गया है।