LNMU Darbhanga के लाखों वर्तमान और पूर्व छात्रों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। अब छात्रों को प्रमाण-पत्र के विश्वविद्यालय में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एलएनएमयू के कुलपति प्रो। सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में जल्द ही डीजी लॉकर की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
यह भी पढ़ें: Darbhanga Airport को लेकर आई अच्छी खबर, यात्रियों और विमान की संख्या में हुई बढ़ोतरी, जानिये
दुनिया के किसी भी कोने से छात्र ले सकेंगे LNMU Darbhanga के प्रमाणपत्र
उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए मानक तय कर रही है। छह माह के बाद किसी भी छात्र को प्रमाण-पत्र लेने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। छात्र दुनिया के किसी भी कोने से डीजी लॉकर के माध्यम से अपना प्रमाण-पत्र ले सकेंगे। छात्रों को विश्वविद्यालय मुख्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। कुलपति ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का मानक शोध होता है। विभागों व महाविद्यालयों में लगातार ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में सेमिनारों का आयोजन किया जा रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पहले से डीजी लॉकर
गौरतलब है कि यूजीसी वर्ष 2017 से ही सर्टिफिकेट को डिजिटल करने पर जोर दे रहा है। इसके तहत ही नैड (नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी) में भी सभी सर्टिफिकेट और डिग्रियों को अपलोड करने का निर्देश दिया गया था। दिल्ली विश्वविद्यालय पहले ही अपने हजारों छात्रों का डाटा डीजी लॉकर के जरिए सुरक्षित करना शुरू कर चुका है। यह कार्रवाई छात्रों को डिजिटल डिग्री प्रदान करने में मदद करती है।
डीजी लॉकर में रखे सर्टिफिकेट के जरिए छात्रों को दाखिला
ज्ञात हो कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत सहित देश भर के सभी विश्वविद्यालय अब डीजी लॉकर में रखे सर्टिफिकेट के जरिए छात्रों को दाखिला देंगे। देशभर में कोरोना के मौजूदा हालात और छात्रों की सुविधा को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने डीजी लॉकर में रखी डिग्री को मान्यता दी थी। इस संबंध में यूजीसी ने देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए आवश्यक निर्देश भी जारी किया था। इसके साथ ही दाखिले का पारंपरिक तरीका भी मान्य रहेगा।