भारत में Health Insurance बहुत ही महंगा होता है, इसलिए आज भी देश में ज्यादातर लोगों के पास यह सुविधा नहीं है। सरकार ने ऐसे लोगों के लिए आयुष्मान योजना शुरू की है, जो Health Insurance करवाने में समर्थ नहीं है। इस योजना का लाभ अभी तक सिर्फ गरीब लोगों को मिल रहा था लेकिन अब हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों की सालाना आय तीन लाख रुपये तक है उनका भी आयुष्मान कार्ड बनाया जायेगा। हालांकि योजना का लाभ उठाने के लिए उन्हें सालाना 1500 रुपये का प्रीमियम भरना होगा।
आपको बता दें हरियाणा में जिन परिवारों की इनकम 1.80 लाख रुपये सालाना है, उन्हें सरकार बिना किसी शुल्क के आयुष्मान योजना के कार्ड दे रही है। हरियाणा में लागू परिवार पहचान-पत्र में दर्ज आय को परिवार की आय माना जाता है। यदि परिवार पहचान-पत्र में किसी परिवार की आय 1.80 लाख रुपये सालाना से अधिक है, तो वह फ्री आयुष्मान कार्ड का हक़दार नहीं होगा।
1290 अस्पतालों में होगा इलाज
आपको बता दें 3 लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवारों का गोल्डन कार्ड 1,290 सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वीकार किया जायेगा। इसका मतलब इस कार्ड की सहायता वह लोग इन अस्पतालों में मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकते हैं। अगर बात करें अस्पतालों की सूची की तो इसमें फोर्टिस और मेदांता मेडिसिटी समेत 575 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं।
आयुष्मान योजना के तहत 1,500 बीमारियों का इलाज़ उपलब्ध करवाया जायेगा, जैसे कैंसर, हार्ट अटैक एवं अन्य कई गंभीर बीमारियों का भी योजना के तहत इलाज होगा। हरियाणा सरकार के अनुसार, प्रदेश में करीब 8 लाख परिवारों की सालाना आय 3 लाख रुपये तक है। इन परिवारों को 1.80 लाख रुपये सालाना आय की शर्त के चलते आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं मिल पाया है। अब नियम में बदलाव से इन 8 लाख परिवारों को भी इस Health Insurance योजना का लाभ मिल सकेगा। आप 30 सितम्बर तक 1500 रुपये प्रीमियम चुकाकर आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।