Placeholder canvas

श्यामा मंदिर प्रबंधन की अनियमितता दूर करेंगे संजय सरावगी ! बनाए गए न्यास समिति के संरक्षक

डेस्क: बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने विधायक संजय सरावगी को श्यामा मंदिर न्यास समिति का संरक्षक बनाया गया है। इस संबंध में पर्षद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन की ओर से कहा गया है कि इस मंदिर की देखभाल के लिए न्यास समिति का गठन 31 अगस्त 2017 को किया गया। परंतु न्यास समिति की ओर से वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 की जो आय व्यय विवरणी दाखिल की गई थी,उसमें बहुत तरह की अनियमितता थीं और न्यास समिति की वित्तीय अनियमितता के आरोप में जिला पदाधिकारी की ओर से एक जांच करवाई गई थी।

श्यामा मंदिर न्यास समिति; संजय सरावगी काफी धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति हैं

जांच के उपरांत न्यास समिति के कुछ सदस्यों को पदमुक्त करने का प्रस्ताव दिया गया था और न्यास समिति के सदस्यों को वर्ष 2016-17 में दाखिल रिपोर्ट में भी सुधार का निर्देश दिया गया है। जो अभी भी नहीं किया गया है। न्यास पार्षद को सूचना प्राप्त हुई कि विधायक संजय सरावगी काफी धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति हैं। ऐसी परिस्थिति में विधायक संजय सरावगी को संरक्षक के रूप में मान्यता दी जाती है।

श्यामा मंदिर की की स्थापना 1933 में हुई थी

आपको बता दें की मंदिर की स्थापना 1933 में दरभंगा महाराजा कामेश्वर सिंह ने की थी, जिसमें मां श्यामा की विशाल मूर्ति भगवन शिव की जांघ एवं वक्षस्थल पर अवस्थित है। मां काली की दाहिनी तरफ महाकाल और बाईं ओर भगवान गणेश और बटुक की प्रतिमाएं स्थापित हैं, चार हाथों से सुशोभित मां काली की इस भव्य प्रतिमा में मां के बाईं ओर के एक हाथ में खड्ग, दूसरे में मुंड तो वहीं दाहिनी ओर के दोनों हाथों से अपने पुत्रों को आशीर्वाद देने की मुद्रा में विराजमान है।

मिथिला एवं उत्तर बिहार के केंद्र दरभंगा में स्थित प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक तीर्थ स्थल मां श्यामा माई मंदिर परिसर में पर्यटन संबंधी बुनियादी सुविधाओं के विकास करने की जरुरत है। विधयाक संजय सरावगी के श्यामा मंदिर न्यास समिति का संरक्षक बनने के बाद इस दिशा में सकारत्मक प्रयास होने की उम्मीद है।

Leave a Comment